मईया सम्मान योजना:किस्त का इंतज़ार या लम्बी लाइन की कतार

मईया सम्मान योजना:किस्त का इंतज़ार या लम्बी लाइन की कतार
हेमंत सरकार की मईया सम्मान योजना, लेकिन सच पूछिए तो किसे मिल रहा है सम्मान और किसे मिल रहा है लंबी लाइन का इंतज़ार। परसुडीह प्रखंड के बाहर लंबी लाइन, तेज धूप, और धके ने महिलाओं के सम्मान को शायद कहीं नदारद कर दिया है।
कहीं ऐसा तो नहीं कि जो गरीब हैं, वो लंबी लाइन में लगे हुए हैं और जो अमीर हैं, बैंक में नोट गिन रहे हैं। ये परेशानी और कारण सच में सिस्टम की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है।
जमशेदपुर में मईया सम्मान योजना का पैसा कब आएगा या आएगा कि नहीं, परसुडीह कार्यालय के बाहर महिलाओं की लंबी कतार सुबह से लगी है, लेकिन मिला क्या? तेज धूप, पानी की बोतल और एक लंबा इंतज़ार। महिलाओं ने कहा, सरकार ने कहा था सम्मान मिलेगा, लेकिन कहाँ है? कहीं ऐसा तो नहीं कि ये कुछ चुनिंदा महिलाओं के खाते में जा रही है सम्मान की राशि । साथ ही कहा गया कि गरीबों के पैसे अमीरों के खाते में जा रहे हैं और गरीब सिर्फ लाइन में खड़े हैं।
जिनके PF हैं, टैक्स है, उनके खाते में ये पैसे क्यों? और जिनके घर राशन के पैसे तक नहीं, वो लंबी लाइन लगा रहे हैं। सिस्टम से पूछने पर इसका कोई जवाब नहीं है। ख़ामोशी ऐसी कि जैसे ही कुछ बोला, काम से निष्कासित हो जाएंगे।
इन सब के पीछे तथ्य दर्शाते हैं कि क्या महिलाएं वोट बैंक का जरिया हैं? सचाई के लिए शायद थोड़ा और इंतज़ार करना होगा।
आपको बता दें कि महिला सम्मान योजना की दूसरी किस्त के इंतज़ार में चतरा में महिलाओं ने प्रदर्शन किया और इल्जाम लगाया कि सम्मान की राशि सुखी संपन्न वर्ग के खाते में जा रही है। कहा जा रहा है कि आवेदन की सत्यता होने के बाद भी बैंक, कार्यालय के चक्कर काट रही हैं। अभी तक किस्त का पैसा क्यों नहीं आया? कई महिलाओं को दूसरी-तीसरी किस्त की राशि मिल चुकी है। आरोप यह भी लग रहा है। वहीं बोकारो में महिलाएं सम्मान योजना के पैसे की जानकारी के लिए प्रखंड कार्यालय में पहुँच गईं और जानकारी जुटाने लगीं। ऑफिस खुलते ही यह कार्य शुरू हो गया था। महिलाओं का आरोप है कि चार महीने उनके खाते में पैसा आया था, लेकिन तीन महीने की 7500 की राशि क्यों नहीं आ रही है? कोई अधिकारी भी इसके बारे में कुछ बताने के लिए राज़ी नहीं है।
महिला सम्मान योजना के लेकर बीजेपी के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार की हालत ठीक नहीं है, इसलिए वो अरबीई (RBI)से कर्ज ले रही है। 57 लाख महिला लाभार्थी से वोट लेने औऱ सरकार बनाने के बाद 20 लाख लाभार्थी का नाम काट दिया। ये तो धोखाधड़ी है। वहीं मंत्री दीपिका पाण्डेय कह रही हैं कि सम्मान योजना में जांच चल रही है। जो इस सम्मान के दायरे में नहीं आते, उनका नाम काट दिया जाएगा और सम्मान की राशि हकदार महिलाओं के खाते में चली जाएगी। उन्होंने आगे कहा बीजेपी इस बात को छोड़कर इस बात पर ध्यान दे कि वो फिर से वापसी कैसे करेंगी।