पुराने सैनिकों ने लोकप्रिय विधायक श्री सरयू राय को कैंटीन सुविधा को बहाल करने में उनकी सहायता के लिए सम्मानित किया 2 may

पुराने सैनिकों ने लोकप्रिय विधायक श्री सरयू राय को कैंटीन सुविधा को बहाल करने में उनकी सहायता के लिए सम्मानित किया 2 may
1 अप्रैल 2025 से, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के लिए वैट में छूट वाले पत्र पर साइन करने से भारतीय सेना के कैंटीनों में बिकने वाला लिकर बंद हो गया, जिससे राज्य के सैनिक परिवारों को सैन्य कैंटीन सुविधा से वंचित कर दिया गया था। 15 अप्रैल 2025 को, सम्माननीय विधायक श्री सरयू राय को इसकी सूचना भेजी गई।

शहर में वापस आने पर सरयू राय जी ने संबंधित विभाग के सचिव से फोन करके सेना की कैंटीन बनाने की बार-बार मांग की। इसके परिणामस्वरूप 28 अप्रैल को वैट में छूट का पत्र साइन किया गया और 29 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी किया गया,
जिससे सैनिकों की कैंटीन सुविधा शुरू हो गई। हजारों सैनिकों ने दो दिनों में उड़ीसा चाईबासा सरायकेला पूर्वी सिंहभूम में कैंटीन सुविधा का लाभ उठाया। सभी सैनिकों ने माननीय सरयू राय जी का सम्मान किया।
स्थानीय सांसद श्री विद्युत त्वरण महतो, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के प्राइवेट सेक्रेटरी, और पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद सिंह ने भी अपने स्तर पर प्रयास किया था। लेकिन आदरणीय सरयू राय जी ने सफलता हासिल की।
पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम का एक प्रतिनिधि मंडल जिसमें आर्मी, एयर फोर्स और नेवी से सेवानिवृत सैनिक सदस्य शामिल थे, उनके घर पर उन्हें सम्मानित कर प्रशंसा की। सुशील कुमार सिंह, राजीव रंजन, दिनेश सिंह, डॉक्टर कमल शुक्ला, मिथिलेश सिंह, सतनाम सिंह और अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में भाग लिया।
आर्मी कैंटीन के बारे में आपने बहुत कुछ सुना होगा कि वहाँ बहुत ज्यादा सस्ता सामान मिलता है। कैंटीन से कार या बाइक भी खरीद सकते हैं। साथ ही कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी के बारे में कई जानकारी दी जाती हैं।
यहाँ काफी ज्यादा डिस्काउंट मिलता है, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि डिस्काउंट सिर्फ 3 से 4 प्रतिशत है। यही कारण है कि आज हम आपको बताते हैं कि आर्मी कैंटीन में आखिर कितना सस्ता सामान है और किन चीजों पर छूट मिलती है।
देश की सीमा को बचाने वाले जवानों को वेतन के अलावा कई और सुविधाएं मिलती हैं। इनमें से एक है सैन्य कैंटीन। सेना की इन कैंटीन में जवानों को सस्ती खाने-पीने से लेकर हर आवश्यक सामान मिलता है।
बता दें कि आर्मी कैंटीन, जिसे हम कहते हैं, दरअसल कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट है। यहां से सेना के जवानों और अन्य अफसरों को सामान खरीदने की अनुमति है।
किस सामान में कितनी छूट
जानकारी के अनुसार, डिस्काउंट या छूट का कोई सीमित पर्सेंटेज नहीं है। यह टैक्स के आधार पर निर्धारित होता है।
50 फीसदी की छूट
सेना की कैंटीन टैक्स से छूट पाती है। यह छूट लगभग पचास प्रतिशत मिल सकती है।
टैक्स में छूट
यदि किसी सामान पर 18 प्रतिशत टैक्स लगता है, तो उस पर लगभग 9 प्रतिशत टैक्स लगेगा। यानि टैक्स आधा लगता है, इसलिए सब कुछ सस्ता है।
कितने फीसदी छूट
सरकार जीएसटी कर में पचास प्रतिशत छूट देती है। जीएसटी दरें 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत हो सकती हैं।
सुविधा का गलत इस्तेमाल
आर्मी कैंटीन कार्ड पहले सामान खरीदने का अधिकार था। सैन्य कर्मचारी कितना भी सामान ले जा सकते थे। इस वजह से सुविधा का गलत इस्तेमाल भी होता था।
यह है शर्त
यही कारण है कि अब कुछ उत्पादों पर कुछ सीमा लगाई गई है। आपको सामान खरीदने की सीमा है।
घर के सभी सामान
जैसे खाने के सामान या साबुन के लिए एक सीमा है और हर महीने या साल में उतना ही सामान खरीदा जा सकता है।
कैंटीन में क्या मिलता है
बता दें कि सैन्य कैंटीन में सस्ते ग्रोसरी सामान, किचन उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स, शराब और ऑटोमोबाइल खरीद सकते हैं।
किसको लाभ मिलता है
थल, वायु और नौसेना के जवानों और उनके परिवार वालों, साथ ही पूर्व सैनिकों और उनके डिपेंडेंट को आर्मी कैंटीन की सुविधा मिलती है।