सेना की स्ट्राइक से पूर्व सैनिकों में खुशी की लहर 7 May

सेना की स्ट्राइक से पूर्व सैनिकों में खुशी की लहर 7 May
पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों के ठिकाने पर भारतीय सेना द्वारा किए गए हमले की खुशी में लौहनगरी के पूर्व सैनिकों ने लड्डू वितरण किया। पूरा देश भारतीय सेना एवं भारतीय सरकार के निर्णय के साथ है। विगत रात में जिस तरह से भारतीय सेना के फाइटर विमानों ने आतंकवादियों के चिन्हित कैंपों, ट्रेनिंग सेंटर और लॉन्चिंग पैड को उड़ाया।
पूरा विश्व भारतीय सेना का प्रदर्शन देखकर खुशियां मना रहा है। भारतीय सेना ने सिविल नागरिक क्षेत्र को निशाना नहीं बनाया, बल्कि पूरे विश्व को संकेत दिया कि आतंकवादियों का जड़ से नाश करना ही भारतीय सेना का संकल्प है। बेटी-बहनों के सिंदूर का जवाब ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से लिया गया। सैकड़ों की तादाद में आतंकवादी मारे गए।

अगर पाकिस्तान की सेना की तरफ से कोई भी कार्रवाई की जाती है, तो उसका मुंह तोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना तैयार है। भारत के पूर्व सैनिक भी जरूरत पड़ने पर बॉर्डर संभालने के लिए उत्साहित हैं। पूरा देश भारतीय सेना का गुणगान कर रहा है। आज के कार्यक्रम में सुशील कुमार सिंह, राजीव रंजन, दिनेश सिंह, डॉक्टर कमल शुक्ला, प्रमोद कुमार, अशोक श्रीवास्तव, सतनाम सिंह, गोविंद राय, सुनील कुमार, अजय सिंह, सुरेंद्र प्रसाद मौर्य, हरेंदु शर्मा, शिव प्रकाश सिंह आदि उपस्थित थे।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में मंगलवार, 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों के मारे जाने के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी।
Operation Sindoor भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 14 दिन बाद आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक बड़ी कार्रवाई शुरू की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलतापूर्वक समाप्ति के बाद देर रात तीनों सेनाओं के प्रमुखों से संवाद किया और पूरे परिदृश्य की विस्तृत जानकारी ली। भारत के NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत की। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी दी है।
Operation Sindoor: भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई एक गंभीर संदेश भी देती है। भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की हत्या के बाद चौबीस दिन के भीतर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने दी जानकारी:
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी, जिसमें आतंकियों के 9 ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया था। उनका कहना था कि पूरे अभियान में इस बात का खास ध्यान रखा गया कि किसी आम आदमी को कोई नुकसान न हो, और एजेंसियों से मिली जानकारी को बहुत गंभीरता से लिया गया। लश्कर-ए-तैयबा का पहला लक्ष्य था सवाईनाला कैंप। कर्नल कुरैशी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को नहीं निशाना बनाया गया था।
इन स्पॉट को भारत ने किया अटैक:
समाचार एजेंसी PTI ने बताया कि रात में नौ स्थानों पर विशेष कार्रवाई की गई, जिसमें प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्यालयों को निशाना बनाया गया था।
मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ठिकाना
मरकज़ तैयबा, मुरिदके – लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय
सरजल, टेहड़ा कलां – जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा
महमूना जोया, सियालकोट – हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) का ठिकाना
मरकज़ अहले हदीस, बरनाला – लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा
मरकज़ अब्बास, कोटली – जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र
मस्कर रहील शहीद, कोटली – हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर
शवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद – लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शिविर
सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद – जैश-ए-मोहम्मद का संचालन केंद्र
भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक रणनीति:
India Pakistan News भारतीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई की पूरी जानकारी अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, सऊदी अरब और यूएई को दी। भारत के NSA अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत की। वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास ने भारत की कार्रवाई को “नपी-तुली, जिम्मेदार और गैर-उकसाऊ” बताया।