चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन आज: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का शुभ मुहूर्त, महत्व

चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन आज: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का शुभ मुहूर्त, महत्व
Chaitra Navratri 2025:
आज 31 मार्च को वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है। आज मां की पूजा के लिए शुभ अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। भक्त इस समय मां भगवती के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी की पूजा कर सकते हैं।
हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को हिंदू के नववर्ष की शुरुआत होती है। इस दिन से चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व का शुभारंभ भी साथ ही होता है। इस बार 30 मार्च 2025 से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। खास बात यह है कि इस तिथि पर रेवती नक्षत्र और ऐन्द्र योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी कर रहा है। इसके अलावा, यह दिन हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2082 के रूप में हमारे पास आया है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी का जन्म हिमालय राज पर्वत के घर में हुआ था, जिनकी माता का नाम मैना था। एक दिन की बात है। एक बार नारदजी से हिमालय राज ने कन्या के भविष्य के बारे में जानने की इच्छा की, तब नारद जी ने कन्या के वैवाहिक जीवन में अवरोध की बात को बताया। फिर मुनि श्री नारद जी ने कन्या के वैवाहिक जीवन की सुगमता व अन्य समस्याओं के निवारण के हेतु व्रत, तप करने के उपाय भी बताए। अर्थात नारद जी के कहे अनुसार कन्या व्रत व तपस्या में लीन हुई और हजारों वर्ष तक समस्त देव और ब्रह्मदेव की आराधना की। मां के द्वारा की गई तपस्या का उल्लेख गोस्वामी तुलसी दास ने भी श्रीराम चरित्र मानस में किया है।
मां ब्रह्मचारिणी की इस प्रकार की कठिन तपस्या व व्रत से देव समुदाय सहित साक्षात ब्रह्मा जी बहुत प्रसन्न हुए। फिर उन्हें स्वयं शिव जी को पति के रूप में पाने का वरदान मिला, जिससे उन्हें भगवान भोलेनाथ की अर्धांगिनी बनने का अवसर मिला। इसलिए इन्हें आज के दिन ब्रह्मचारिणी के नाम से पूजा जाता है।

घटस्थापना शुभ मुहूर्त
1. 6:15 बजे से 7:22 बजे तक कलश स्थापना का पहला मुहूर्त है।
2. नवरात्रि की घटस्थापना करने के लिए दूसरा शुभ मुहूर्त प्रातः 11:46 से दोपहर 12:33 तक किया जा सकता है।
भक्तों को चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा के इन नौ रूपों की पूजा करने से शक्ति, समृद्धि, सुख और शांति मिलती है। प्रत्येक देवी का अपना अलग महत्व है और उनकी पूजा करने से लाभ मिलता है। इसलिए नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा करें और उनका आशीर्वाद लें। ऐसे में इस दौरान माता रानी की बहुत पूजा करें। इसके साथ ही अंधविश्वास से दूर रहें।