पुतिन की जल्द मौत होगी और ये सच है’, जेलेंस्की का बड़ा दावा

पुतिन की जल्द मौत होगी और ये सच है’, जेलेंस्की का बड़ा दावा
यह बात उन्होंने एक इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात के बाद कही। जेलेंस्की ने अमेरिका से आग्रह किया कि वह पुतिन के पद पर रहते हुए रूसी धोखे के खिलाफ अपनी प्रतिज्ञा जारी रखें। पुतिन ने एक मीडिया शो में इस समझौते पर चर्चा की, जिसमें पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर उन्होंने ये टिप्पणी की।
नई दिल्ली स्थित डिजिटल डेस्क। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान कहा कि व्लादिमीर पुतिन ‘जल्द ही मर जाएगा’। रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर अटकलें हैं कि वे अभी बुरी तरह से बीमार हैं। यह बात उन्होंने एक इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात के बाद कही।
पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा, “पुतिन जल्द मरेंगे और यह एक सच है।” इसके साथ हमारा संघर्ष भी होगा। पुतिन का चेहरा सूजा हुआ था।
लंबे समय से पुतिन को बताया जाता है कि वे स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, 72 साल के पुतिन की आंखें लाल हो गई हैं, उनके पैर में ऐंठन है और उनका चेहरा सूजा हुआ है, जिससे अटकलों को और अधिक बल मिल गया है।
पुतिन को है ये गंभीर बीमारी

कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि उन्हें पार्किंसन और कैंसर है। 2022 में राष्ट्रपति तत्कालीन रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ बैठक के दौरान पुतिन ने टेबल को पकड़कर अपनी कुर्सी पर झुककर बैठने का संकेत दिया कि उनकी सेहत खराब है।
कल रात के इंटरव्यू में जेलेंस्की ने यह भी कहा कि पुतिन यूरोपीय संघ को अंदर से नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने हंगरी सहित ब्लॉक के अधिक रूसी सदस्यों का उल्लेख किया।
यूरोपीय नेताओं का स्वागत करेंगे जेलेंस्की

तीन साल से अधिक पुराने युद्ध में युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के बाद, इमैनुअल मैक्रों आज जेलेंस्की के साथ यूरोपीय नेताओं का स्वागत करेंगे, ताकि वे यूक्रेन को सुरक्षा दे सकें।
क्या वास्तव में पुतिन का अंत होगा?
जेलेंस्की का बयान, हालांकि पुतिन की मौत या बीमारी की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, एक संकेत है कि यूक्रेन अब रूस को कमजोर मान रहा है, चाहे सेना में हो या नेतृत्व के स्तर पर। वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पुतिन को लेकर दिया गया बयान भले ही चौंकाने वाला हो, लेकिन यह यूक्रेन की रणनीति है कि रूस पर राजनीतिक और मानसिक दबाव डाले।