शुभा खोटे का फ़िल्मी सफर

शुभा खोटे का फ़िल्मी सफर
बॉलीवुड में बहुत से ऐसे सितारे हैं, जो न सिर्फ अच्छे अभिनेता रहे हैं, बल्कि बहुत कुछ औऱ भी करने में भी अच्छे हैं। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई एक्टर्स हैं जो इंजीनियरिंग, डॉक्टरी और वकालत छोड़कर फिल्मों में आकर अपना नाम रोशन किया है । लेकिन आज हम बात करने वाले सितारे ने राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया। यह एक्ट्रेस शुभा खोटे हैं, जो फिल्मों में आने से पहले नैशनल स्विमिंग चैंपियन और साइकलिस्ट रह चुकी थीं। फ़िल्म जगत मे एंट्री के बाद शुभा खोटे को सात खतरनाक दुर्घटनाएं हुईं। उन्हें एक बार चेहरे का बायां हिस्सा खराब हो गया था। लेकिन शुभा खोटे ने साहस नहीं खोया। उन्होंने साइकलिंग के अलावा फिल्मी दुनिया में भी अच्छा नाम कमाया।
मराठी-कोंकणी परिवार में जन्मी शुभा खोटे ने बचपन में अभिनय करना शुरू किया था। उनके पिता, नंदू खोटे, स्टेज कलाकार थे। मराठी थिएटर में उनका काम अच्छा था। भाई वीजू खोटे भी अभिनेता रहे हैं। उनकी मामा दुर्गा खोटे और आंटी भी एक्टर थीं। लेकिन परिवार में फिल्मी वातावरण होने के बावजूद शुभा खोटे ने फिल्मों में काम करने की कल्पना कभी नहीं की थी। वह बचपन से खेलों में रुचि रखता था। विशेषतः साइकलिंग और स्वीमिंग। स्कूल में साइकलिंग और स्वीमिंग भी करता था। उनने भी कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं।
पहला नाटक कम उम्र में, फिर फिल्म और फिर सात एक्सीडेंट भी हुए
स्पोर्ट्स के अलावा शुभा खोटे ने एक्टिंग भी शुरू की थी। 4 साल की उम्र में उनका पहला नाटक हुआ। यह नाटक शुभा ने फन के लिए किया था। पर मैं नहीं जानता था कि यहीं से उनका प्रवेश एक्टिंग क्षेत्र में होगा। बाद में शुभा खोटे ने 1955 में फिल्म ‘सीमा’ में अभिनय करने का प्रयास किया। शुभा खोटे को इस फिल्म का प्रस्ताव सिर्फ साइकलिंग से मिला था। फिल्म में एक सीन में शुभा खोटे का चेहरा खराब हो गया था। वास्तव में, वह साइकलिंग सीन के दौरान सड़क पर गिर गई, जिसके परिणामस्वरूप उसके चेहरे का बायां हिस्सा पूरी तरह से छिल गया था।
ठीक होने के कुछ समय बाद, शुभा खोटे ने एक मराठी फिल्म की शूटिंग में टांग में चोट लगवाकर बैठ गई। उनकी टांग में गैंगरीन हो गया था, इसलिए उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। सात वर्ष की उम्र में शुभा खोटे का गंभीर एक्सीडेंट हुआ। लेकिन खुशी की बात थी कि वह हर बार लड़कर उससे बच गई।